स्वाध्याय योग युक्तात्मा परमात्मा प्रकाशते। अर्थात स्वाध्याययुक्त साधना से ही परमात्मा का साक्षात्कार होता है ।—महर्षि व्यास
जलपान गृह (कैंटीन)
गायत्री तपोभूमि परिसर में आने वाले परिजन, दर्शनार्थियों के लिए जलपान गृह के अंतर्गत स्वल्पाहार, प्रज्ञा पेय, चाय इत्यादि की व्यवस्था उचित मूल्य पर की गई है।